सोमवार, 1 जून 2020
तेरे प्यार को ( कविता) प्रीती
तेरे दिये तोहफे को मैं सदा दिल से लगा कर रखूंगी
Tere Pyar Ko Sda Apni Aankho
रविवार, 31 मई 2020
इंसानियत - प्रीती
बेबसी लाचारी सी हो गई
इंसान है इंसानियत खो गई
किसी के गम से फर्क नहीं
आत्मा सब की सो गई
बेबसी लाचारी सी हो गई
इंसान है इंसानियत खो गई
दुःख सब का अपना अपना
तन्हा मातम में लाचार सो गई
बेबसी लाचारी सी हो गई
इंसान है इंसानियत खो गई
कितने लोगों के सामने
आँखें कितनी आज रो गई
बेबसी लाचारी सी हो गई
इंसान है इंसानियत खो गई
सब को अपनी अपनी फिक्र
रास्ते में कई आँखें बंद हो गई
बेबसी लाचारी सी हो गई
इंसान है इंसानियत खो गई
# Human's # Tears # Eye's
INSANIAT
Bebsi Lachari Si Ho Gyi
Insan Hai Insaniat Kho Gyi
Kisi Ke Gum Se Frak Nhi
Aatma Sab Ki So Gyi
Bebsi Lachari Si Ho Gyi
Insan Hai Insaniat Kho Gyi
Dukh Sab Ka Apna Apna
Tnha Matam Me Lachar So Gyi
Bebsi Lachari Si Ho Gyi
Insan Hai Insaniat Kho Gyi
Kitne Logo Ke Samne
Aankhe Kitni Aaj Ro Gyi
Bebsi Lachari Si Ho Gyi
Insan Hai Insaniat Kho Gyi
Sab Ko Apni Apni Fikar
Raste Mai Kyi Ankhe Bnd Ho Gyi
Bebsi Lachari Si Ho Gyi
Insan Hai Insaniat Kho Gyi
#Human's # Tears # Eye's
शनिवार, 30 मई 2020
सवार दिया ( कविता ) प्रीती
मेरे दिल में जितना प्यार था
सब तुझ पर वार दिया हमदम
पहले अकेले अकेले फिरते थे
तेरे प्यार ने हमें सवार दिया हमदम
कुछ ना हो पर तेरा साथ काफी है
सारा जीवन तुझपे वार दिया हमदम
पहले अकेले अकेले फिरते थे
तेरे प्यार ने हमें सवार दिया हमदम
कुछ दर्द जरूर प्यार में होता है
तेरे प्यार से सारा दुःख हार दिया हमदम
पहले अकेले अकेले फिरते थे
तेरे प्यार ने हमें सवार दिया हमदम
तेरे आलावा किसी चीज़ का मोह नहीं
तुने जो इतना प्यार दिया हमदम
पहले अकेले अकेले फिरते थे
तेरे प्यार ने हमें सवार दिया हमदम
खुदा का शुक्रिया जो ऐसा दिलदार दिया
सबसे अच्छा घर परिवार दिया हमदम
पहले अकेले अकेले फिरते थे
तेरे प्यार ने हमें सवार दिया हमदम
# Love # Life
Swaar Diya ( Poem ) Preeti
Mere Dil Mai Jitna Pyar
Tha
Sab Tujh Pe Bar Diya
Humdum
Pehle Akele Akele Firte
The
Tere Pyar ne Hume Swaar
Diya Humdum
Kush Na Ho Prr Tera Sath
Kafi Hai
Sara Jiwan Tujhpe Bar Diya
Humdum
Pehle Akele Akele Firte
The
Tere Pyar ne Hume Swaar
Diya Humdum
Kush Dard Jror Pyar Mai
Hota Hai
Tere Pyar Se Sara Dukh Har
Diya Humdum
Pehle Akele Akele Firte
The
Tere Pyar ne Hume Swaar
Diya Humdum
Tere Ilawa Kisi Chez Ka
Moh Nhi
Tune Jo Itna Pyar Diya
Humdum
Pehle Akele Akele Firte
The
Tere Pyar ne Hume Swaar
Diya Humdum
Khuda Ka Shukriya Jo Aisa
Dildar Diya
Sab Se Asha Ghr Privar
Diya Humdum
Pehle Akele Akele Firte
The
Tere Pyar ne Hume Swaar
Diya Humdum
# Love # Life
शुक्रवार, 29 मई 2020
पिता ( ग़ज़ल ) प्रीती
अपना दर्द भूल कर सब का दर्द मिटाया है
इक पिता ने पूरा घर अकेले चलाया है
सारा दिन काम करे बच्चों की खुशी के लिए
खुद नंगे पांव बच्चों को कंधों पर उठाया है
इक पिता ने पूरा घर अकेले चलाया है
बच्चों पर जान वार दे अपना जीवन गवाया है
खुद भले ही ना पढ़ सका बच्चों को पढ़ाया है
इक पिता ने पूरा घर अकेले चलाया है
बुढ़ापे में बच्चों ने पिता का कर्ज भुलाया है
आप आराम से बैठा नहीं बच्चों को बैठाया है
इक पिता ने पूरा घर अकेले चलाया है
सुबह होने से पहले काम पर निकल जाए
बच्चों के लिए अपनी जरूरतों को मिटाया है
इक पिता ने पूरा घर अकेले चलाया है
इक पिता ने पूरा घर अकेले चलाया है
सारा दिन काम करे बच्चों की खुशी के लिए
खुद नंगे पांव बच्चों को कंधों पर उठाया है
इक पिता ने पूरा घर अकेले चलाया है
बच्चों पर जान वार दे अपना जीवन गवाया है
खुद भले ही ना पढ़ सका बच्चों को पढ़ाया है
इक पिता ने पूरा घर अकेले चलाया है
बुढ़ापे में बच्चों ने पिता का कर्ज भुलाया है
आप आराम से बैठा नहीं बच्चों को बैठाया है
इक पिता ने पूरा घर अकेले चलाया है
सुबह होने से पहले काम पर निकल जाए
बच्चों के लिए अपनी जरूरतों को मिटाया है
इक पिता ने पूरा घर अकेले चलाया है
# Father ❤
Pita ( Ghazal ) Preeti
Apna Dard Bhol Kr Sab Ka Dard
Mitaya Hai
Ek Pita Ne Pura Ghr Akele
Chlaya Hai
Sara Din Kam Kre Bcho Ki
Khushi Ke Liye
Khud Nge Pao Bcho Ko Kndho Prr
Uthaya Hai
Ek Pita Ne Pura Ghr Akele
Chlaya Hai
Bcho Prr Jan Bar De Apna Jivan
Gvaya Hai
Khud Bhle Hi Na Pdh Ska Bcho Ko
Pdhaya Hai
Ek Pita Ne Pura Ghr Akele
Chlaya Hai
Budape Mai bcho ne Pita Ka
Karj Bulaya Hai
Aap Aram Se Betha Nhi Bcho Ko
Btahya Hai
Ek Pita Ne Pura Ghr Akele
Chlaya Hai
Subhe Hone Se Pihle Kam Prr
Nikl Jaye
Bcho Ke Liye Apni Jrorto Ko
Mitaya Hai
Ek Pita Ne Pura Ghr Akele
Chlaya Hai
# Father ❤
गुरुवार, 28 मई 2020
चल आज फिर ( ग़ज़ल ) प्रीती
चल आज फिर इक वादा करें एक वादा निभाने का
रूठ जाए गर कहीं दोनों तो इक दूसरे को मनाने का
मन को समझाती तो हूं पर समझ कहाँ ये पाता है
रोज मन उदास हो जाता रहता इंतजार तेरे आने का
चल आज फिर इक वादा करें एक वादा निभाने का
कहते तो हो हर वार तुम की आऊंगा जब कहोगी
आ जाओ मिलने छोड़ दो काम ये रोज तड़पाने का
चल आज फिर इक वादा करें एक वादा निभाने का
रोज रोज इक बात कह मुझे भी अजीब लगने लगा
मिलकर फिर से करों सनम इजहार प्यार जताने का
चल आज फिर इक वादा करें एक वादा निभाने का
मान जाओ अब बात यूं ना दिल को सताया करो
जुदाई में अपनी हमें और ना काम करो रूलाने का
चल आज फिर इक वादा करें एक वादा निभाने का
खुश होती हूँ उससे बात करके ये वो जानता है
उसका प्यार काम करता है इक सुरमई तराने का
चल आज फिर इक वादा करें एक वादा निभाने का
# Promise
Chal Aaj Fir ( Ghzal ) Preeti
Chal Aaj Fir Ek Vada Kre Ek Vada
Nibhane Ka
Roth Jaye Gar Kahii Dono To Ek
Dusre Ko Mnane Ka
Mnn Ko Smjhati To Hu Prr Smajh
Kaha Yeh Pata Hai
Roj Mnn Udas Ho Jata Rehta
Intzar Tere Aane Ka
Chal Aaj Fir Ek Vada Kre Ek Vada
Nibhane Ka
Kehte To Ho Her Bar Tum Kii
Aaunga jab kahogi
Aa Jao Milne Shod Do Kam
Yeh Roj Tdpane Ka
Chal Aaj Fir Ek Vada Kre Ek
Vada Nibhane Ka
Roj Roj Ek Bat Keh Mujhe Bhi
Ajeab Lgne Lga
Milker Fir Se Kro Snam Ijhaar
Pyar Jtane Ka
Chal Aaj Fir Ek Vada Kre Ek Vada
Nibhane Ka
Man Jao Aab Bat Ju Na Dil Ko
Staya Kro
Judayi Mai Apni Hume Or Na
Kam Kro Rulane Ka
Chal Aaj Fir Ek Vada Kre Ek Vada
Nibhane Ka
Kush Hoti Hu osse Bat Krke
Yeh Woh Janta Hai
Uska Pyar Kam Krta Hai Ek
Surmyi Trane Ka
Chal Aaj Fir Ek Vada Kre Ek Vada
Nibhane Ka
# Promise
बुधवार, 27 मई 2020
आज कल ( ग़ज़ल ) प्रीती
रुठ जाउँ गर कहीं तो मुझे अब नहीं मनाता
मानती हूँ की बहुत ज्यादा व्यस्त हो गया है
पर मेरे लिए अपनी फिक्र क्यों नहीं दिखाता
आज कल वो पहले जैसे प्यार नही जताता
बात ना करने के कारण है उसके पास कई
बात करने का इक कारण क्यो नही ढूंढ पाता
आज कल वो पहले जैसे प्यार नही जताता
इस बात पर गुस्सा करूँ ये भी तो ठीक नहीं
माँग कर किसी से प्यार थोड़े लिया है जाता
आज कल वो पहले जैसे प्यार नही जताता
गलती उसकी भी नहीं कोई उमीद ही मेरी है
जरूरी नहीं प्यार के बदले हर कोई प्यार पाता
आज कल वो पहले जैसे प्यार नही जताता
# love
मंगलवार, 26 मई 2020
उदास ( ग़ज़ल ) प्रीती
तुम क्यों नहीं हो पास दिल है बड़ा उदास
आओगे जब तुम तब जिंदगी होगी बिंदास
मन ना लगे अब किसी भी चीज़ में
लगता की जिंदगी भी कर रही परिहास
तुम क्यों नहीं हो पास दिल है बड़ा उदास
रोती जब आँखें तब सब पूछते सवाल
जल्दी आना कहीं रुक ना जाए ये सांस
तुम क्यों नहीं हो पास दिल है बड़ा उदास
तुम कहते की कर लों अभी थोड़ा इंतज़ार
कहीं खत्म ना हो जाए मिलने की ये आस
तुम क्यों नहीं हो पास दिल है बड़ा उदास
दिल भी चाहें जानना कब होगी मुलाकात
तुम आओगे ये टूट ना जाए मेरा विश्वास
तुम क्यों नहीं हो पास दिल है बड़ा उदास
# True #Feelings
Udas ( Ghzal ) Preeti
Tum Kyu Nhi Ho Pass Dil Hai
Vda Udass
Aaoge Jab Tum To zindgi
Hogi Bindas
Mnn Na Lge Aab Kisi Bhi
Chez Mai
Lgta Ki Zindgi Bhi Kr Rhi
Hai Parihas
Tum Kyu Nhi Ho Pass Dil Hai
Vda Udass
Roti Jab Ankhe Tab Sab
Pushte Swal
Jldi Aana Khii Ruk Na Jaye
Yeh Sans
Tum Kyu Nhi Ho Pass Dil Hai
Vda Udass
Tum Kehte Kii Kr Lo Abhi
Thoda Intzar
Khii Khtam Na Ho Jaye Milne
Kii Yeh Aass
Tum Kyu Nhi Ho Pass Dil Hai
Vda Udass
Dil Bhi Chahe Janna Kab
Hogi Mulaqat
Tum Aaoge Yeh Tut Na Jaye
Mera Vishvash
Tum Kyu Nhi Ho Pass Dil Hai
Vda Udass
# True # Feelings
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