बुधवार, 27 मई 2020

आज कल ( ग़ज़ल ) प्रीती









आज कल वो पहले जैसे प्यार नही जताता
रुठ जाउँ गर कहीं  तो मुझे अब नहीं मनाता


मानती हूँ की बहुत ज्यादा व्यस्त हो गया है
पर मेरे लिए अपनी फिक्र क्यों नहीं दिखाता 
आज कल वो पहले जैसे प्यार नही जताता 


बात ना करने के कारण है उसके पास कई 
बात करने का इक कारण क्यो नही ढूंढ पाता
आज कल वो पहले जैसे प्यार नही जताता 


इस बात पर गुस्सा करूँ ये भी तो ठीक नहीं 
माँग कर किसी से प्यार थोड़े लिया है जाता 
आज कल वो पहले जैसे प्यार नही जताता 


गलती उसकी भी नहीं कोई उमीद ही मेरी है
जरूरी नहीं प्यार के बदले हर कोई प्यार पाता 
आज कल वो पहले जैसे प्यार नही जताता


# love

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