सोमवार, 1 जून 2020

तेरे प्यार को ( कविता) प्रीती

 


तेरे दिये तोहफे को मैं सदा दिल से लगा कर रखूंगी
तेरे प्यार को सदा अपनी आँखो में बसा कर रखूंगी



तूने  जो  दिया  मुझे   बिन  मांगे   बेपनहा   प्यार
उस प्यार की यादों को सदा दिल में बसा कर रखूंगी
तेरे दिये तोहफे को मैं सदा दिल से लगा कर रखूंगी
 तेरे प्यार को सदा अपनी आँखो में बसा कर रखूंगी




हर पहर मुझको समझाना रूठ कर भी प्यार जताना
 प्यार से जो मुझे हर वार मनाना  मैं सदा याद रखूंगी
तेरे दिये तोहफे को मैं सदा दिल से लगा कर रखूंगी
तेरे प्यार को सदा अपनी आँखो में बसा कर रखूंगी




अपनी भूख को भूल हर बार  मेरी भूख को मिटाना
प्यारे से तरीकों से प्यार जताना मैं सदा याद रखूंगी
तेरे दिये तोहफे को मैं सदा दिल से लगा कर रखूंगी
तेरे प्यार को सदा अपनी आँखो में बसा कर रखूंगी



# Love # Gifts


TERE PYAR KO 



Tere Diye Tuhfe Ko Mai Sda Dil Se
 Lga Kr Rkhugi
Tere Pyar Ko Sda Apni Aankho Mai
Bsa Kr Rkhugi



Tune Jo Diya Mujhe Bin Mange
 Bepnha Pyar
Us Pyar Ki Yado Ko Sda Dil Mai
Bsa Kr Rkhugi
Tere Diye Tuhfe Ko Mai Sda Dil
Se Lga Kr Rkhugi
Tere Pyar Ko Sda Apni Aankho
 Mai Bsa Kr Rkhugi



Hrr Pehar Mujko Smjhana Roth
 Kr Bhi Pyar Jtana
Pyar Se Mujhe Jo Hrr Bar Mnana
 Mai Sda Yaad Rkhugi
Tere Diye Tuhfe Ko Mai Sda Dil
 Se Lga Kr Rkhugi
Tere Pyar Ko Sda Apni Aankho
Mai Bsa Kr Rkhugi



Apni Bukh Ko Bhol Meri Bukh Ko
Mtana Mai
Pyare Se Triko Se PyarJtana Mai Sda

Yaad Rkhugi

Tere Diye Tuhfe Ko Mai Sda Dil 

Se Lga Kr Rkhugi 

Tere Pyar Ko Sda Apni Aankho
Mai Bsa Kr Rkhugi


# Love # Gifts 


रविवार, 31 मई 2020

इंसानियत - प्रीती



बेबसी  लाचारी  सी  हो गई
इंसान है इंसानियत खो गई


 किसी के गम से फर्क नहीं
आत्मा  सब  की सो  गई
बेबसी  लाचारी  सी  हो गई
इंसान है इंसानियत खो गई


दुःख सब का अपना अपना
तन्हा मातम में लाचार सो गई
बेबसी  लाचारी  सी  हो गई
इंसान है इंसानियत खो गई



कितने   लोगों   के  सामने
आँखें कितनी आज रो गई
बेबसी  लाचारी  सी  हो गई
इंसान है इंसानियत खो गई



सब को अपनी अपनी फिक्र
रास्ते में कई आँखें बंद हो गई
बेबसी  लाचारी  सी  हो गई
इंसान है इंसानियत खो गई



# Human's # Tears # Eye's




INSANIAT


Bebsi Lachari  Si Ho Gyi
Insan Hai Insaniat Kho Gyi



Kisi Ke Gum Se Frak Nhi
Aatma  Sab  Ki  So  Gyi
Bebsi Lachari  Si Ho Gyi
Insan Hai Insaniat Kho Gyi



Dukh Sab Ka Apna Apna
Tnha Matam Me Lachar So Gyi
Bebsi Lachari  Si Ho Gyi
Insan Hai Insaniat Kho Gyi



Kitne Logo Ke Samne
Aankhe Kitni Aaj Ro Gyi
Bebsi Lachari  Si Ho Gyi
Insan Hai Insaniat Kho Gyi



Sab Ko Apni Apni Fikar
Raste Mai Kyi Ankhe Bnd Ho Gyi
Bebsi Lachari  Si Ho Gyi
Insan Hai Insaniat Kho Gyi



#Human's # Tears # Eye's 


शनिवार, 30 मई 2020

सवार दिया ( कविता ) प्रीती






मेरे  दिल  में  जितना  प्यार  था
सब  तुझ  पर  वार  दिया हमदम
पहले  अकेले  अकेले  फिरते  थे
तेरे प्यार ने हमें सवार दिया हमदम 



कुछ ना हो पर तेरा साथ काफी है
सारा जीवन तुझपे वार दिया हमदम
पहले  अकेले  अकेले   फिरते  थे
तेरे प्यार ने हमें सवार दिया हमदम 



कुछ  दर्द  जरूर  प्यार  में  होता है
तेरे प्यार से सारा दुःख हार दिया हमदम
पहले   अकेले   अकेले   फिरते  थे
तेरे  प्यार  ने  हमें  सवार  दिया  हमदम 



तेरे आलावा किसी चीज़ का मोह नहीं
तुने  जो  इतना  प्यार  दिया  हमदम
पहले  अकेले  अकेले   फिरते  थे
तेरे प्यार ने हमें सवार दिया हमदम 



खुदा का शुक्रिया जो ऐसा दिलदार दिया
सबसे अच्छा घर परिवार दिया हमदम
 पहले  अकेले  अकेले  फिरते  थे
तेरे  प्यार  ने  हमें  सवार  दिया हमदम



# Love # Life


Swaar Diya ( Poem ) Preeti 


Mere Dil Mai Jitna Pyar
 Tha
Sab Tujh Pe Bar Diya
Humdum
Pehle Akele Akele Firte
The
Tere Pyar ne Hume Swaar
 Diya Humdum



Kush Na Ho Prr Tera Sath
Kafi  Hai
Sara Jiwan Tujhpe Bar Diya
Humdum
Pehle Akele Akele Firte
The
Tere Pyar ne Hume Swaar
 Diya Humdum



Kush Dard Jror Pyar Mai
Hota Hai
Tere Pyar Se Sara Dukh Har
Diya Humdum
Pehle Akele Akele Firte
The
Tere Pyar ne Hume Swaar
 Diya Humdum



Tere Ilawa Kisi Chez Ka
Moh Nhi
Tune Jo Itna Pyar Diya
Humdum
Pehle Akele Akele Firte
 The
Tere Pyar ne Hume Swaar
 Diya Humdum



Khuda Ka Shukriya Jo Aisa
Dildar Diya
Sab Se Asha Ghr Privar
 Diya Humdum
Pehle Akele Akele Firte
The
Tere Pyar ne Hume Swaar
 Diya Humdum 



# Love # Life 


शुक्रवार, 29 मई 2020

पिता ( ग़ज़ल ) प्रीती




अपना दर्द भूल कर सब का दर्द मिटाया है
इक  पिता  ने  पूरा  घर  अकेले  चलाया है


सारा दिन काम करे बच्चों की खुशी के लिए
खुद नंगे पांव  बच्चों को कंधों पर उठाया है
इक   पिता  ने  पूरा  घर  अकेले  चलाया  है


बच्चों पर जान वार दे अपना जीवन गवाया है
खुद भले ही ना पढ़ सका बच्चों को पढ़ाया है
इक   पिता  ने  पूरा  घर  अकेले  चलाया   है


बुढ़ापे में  बच्चों ने  पिता का कर्ज भुलाया है
आप आराम से बैठा नहीं बच्चों को बैठाया है
इक   पिता  ने  पूरा  घर  अकेले   चलाया  है


सुबह  होने  से  पहले  काम  पर  निकल  जाए
बच्चों के   लिए अपनी जरूरतों को मिटाया है
इक   पिता  ने  पूरा  घर  अकेले  चलाया   है


#  Father ❤



Pita ( Ghazal ) Preeti 



Apna Dard Bhol Kr Sab Ka Dard 
Mitaya Hai 
Ek Pita Ne Pura Ghr Akele 
Chlaya Hai 



Sara Din Kam Kre Bcho Ki 
Khushi Ke Liye
Khud Nge Pao Bcho Ko Kndho Prr
 Uthaya Hai 
Ek Pita Ne Pura Ghr Akele 
Chlaya Hai 



Bcho Prr Jan Bar De Apna Jivan 
Gvaya Hai
Khud Bhle Hi Na Pdh Ska Bcho Ko 
Pdhaya Hai 
Ek Pita Ne Pura Ghr Akele 
Chlaya Hai 



Budape Mai bcho ne Pita Ka
 Karj Bulaya Hai 
Aap Aram Se Betha Nhi Bcho Ko 
Btahya Hai 
Ek Pita Ne Pura Ghr Akele 
Chlaya Hai 



Subhe Hone Se Pihle Kam Prr
Nikl Jaye 
Bcho Ke Liye Apni Jrorto Ko
Mitaya Hai 
Ek Pita Ne Pura Ghr Akele 
Chlaya Hai 



# Father  ❤

गुरुवार, 28 मई 2020

चल आज फिर ( ग़ज़ल ) प्रीती




चल आज फिर इक वादा करें एक वादा निभाने का
रूठ जाए गर कहीं दोनों तो इक दूसरे को मनाने का



मन को  समझाती  तो हूं  पर समझ कहाँ ये पाता है
रोज मन उदास हो जाता रहता इंतजार तेरे आने का
चल आज फिर इक वादा करें एक वादा निभाने का



कहते तो हो हर वार तुम की आऊंगा जब कहोगी
आ जाओ मिलने छोड़ दो काम ये रोज तड़पाने का
चल आज फिर इक वादा करें एक वादा निभाने का 



 रोज रोज इक बात कह मुझे भी अजीब लगने लगा
मिलकर फिर से करों सनम इजहार  प्यार जताने का
चल आज फिर इक वादा करें एक वादा निभाने का



मान  जाओ अब  बात  यूं ना  दिल को सताया  करो
जुदाई में अपनी हमें और ना काम करो रूलाने का
चल आज फिर इक वादा करें एक वादा निभाने का



खुश  होती  हूँ उससे  बात  करके  ये वो जानता है
उसका प्यार काम करता है इक सुरमई तराने का
चल आज फिर इक वादा करें एक वादा निभाने का


# Promise



Chal Aaj Fir ( Ghzal ) Preeti 



Chal  Aaj Fir Ek Vada Kre Ek Vada
Nibhane Ka
Roth Jaye Gar Kahii Dono To Ek
 Dusre Ko Mnane Ka



Mnn Ko Smjhati To Hu Prr Smajh
Kaha  Yeh Pata Hai
Roj Mnn Udas Ho Jata Rehta
 Intzar Tere Aane Ka
Chal  Aaj Fir Ek Vada Kre Ek Vada
 Nibhane Ka



Kehte To Ho Her Bar Tum Kii
Aaunga jab kahogi
Aa Jao Milne Shod Do  Kam
Yeh Roj Tdpane Ka
 Chal  Aaj Fir Ek Vada Kre Ek
 Vada Nibhane Ka



Roj Roj Ek Bat Keh Mujhe Bhi
 Ajeab Lgne Lga
Milker Fir Se Kro Snam Ijhaar
Pyar Jtane Ka
Chal  Aaj Fir Ek Vada Kre Ek Vada
 Nibhane Ka



Man Jao Aab Bat Ju Na Dil Ko
 Staya Kro
Judayi Mai Apni Hume Or Na
 Kam Kro Rulane Ka
Chal  Aaj Fir Ek Vada Kre Ek Vada
 Nibhane Ka



Kush Hoti Hu osse Bat Krke
 Yeh Woh Janta Hai
Uska Pyar Kam Krta Hai Ek
 Surmyi Trane Ka
Chal Aaj Fir Ek Vada Kre Ek Vada
 Nibhane Ka



# Promise 

बुधवार, 27 मई 2020

आज कल ( ग़ज़ल ) प्रीती









आज कल वो पहले जैसे प्यार नही जताता
रुठ जाउँ गर कहीं  तो मुझे अब नहीं मनाता


मानती हूँ की बहुत ज्यादा व्यस्त हो गया है
पर मेरे लिए अपनी फिक्र क्यों नहीं दिखाता 
आज कल वो पहले जैसे प्यार नही जताता 


बात ना करने के कारण है उसके पास कई 
बात करने का इक कारण क्यो नही ढूंढ पाता
आज कल वो पहले जैसे प्यार नही जताता 


इस बात पर गुस्सा करूँ ये भी तो ठीक नहीं 
माँग कर किसी से प्यार थोड़े लिया है जाता 
आज कल वो पहले जैसे प्यार नही जताता 


गलती उसकी भी नहीं कोई उमीद ही मेरी है
जरूरी नहीं प्यार के बदले हर कोई प्यार पाता 
आज कल वो पहले जैसे प्यार नही जताता


# love

मंगलवार, 26 मई 2020

उदास ( ग़ज़ल ) प्रीती





तुम क्यों नहीं हो पास दिल है बड़ा उदास
आओगे जब तुम तब जिंदगी होगी बिंदास


मन  ना  लगे  अब  किसी  भी  चीज़ में
 लगता की जिंदगी भी कर रही परिहास
तुम क्यों नहीं हो पास दिल है बड़ा उदास


रोती जब आँखें तब सब पूछते सवाल
जल्दी आना कहीं रुक ना जाए ये सांस
तुम क्यों नहीं हो पास दिल है बड़ा उदास


तुम कहते की कर लों अभी थोड़ा इंतज़ार
कहीं खत्म ना हो जाए मिलने की ये आस
तुम क्यों नहीं हो पास दिल है बड़ा उदास



दिल भी चाहें जानना कब होगी मुलाकात
तुम आओगे  ये  टूट ना जाए मेरा विश्वास
तुम क्यों नहीं हो पास दिल है बड़ा उदास


# True #Feelings


Udas ( Ghzal ) Preeti 


Tum Kyu Nhi Ho Pass Dil Hai
Vda Udass
Aaoge Jab Tum To zindgi
 Hogi Bindas


Mnn Na Lge Aab Kisi Bhi
 Chez Mai
Lgta Ki Zindgi Bhi Kr Rhi
 Hai Parihas
Tum Kyu Nhi Ho Pass Dil Hai
Vda Udass


Roti Jab Ankhe Tab Sab
 Pushte Swal
Jldi Aana Khii Ruk Na Jaye
Yeh Sans
Tum Kyu Nhi Ho Pass Dil Hai
Vda Udass


Tum Kehte Kii Kr Lo Abhi
Thoda Intzar
Khii Khtam Na Ho Jaye Milne
Kii Yeh Aass
Tum Kyu Nhi Ho Pass Dil Hai
Vda Udass


Dil Bhi Chahe Janna Kab
 Hogi Mulaqat
Tum Aaoge Yeh Tut Na Jaye
Mera Vishvash
Tum Kyu Nhi Ho Pass Dil Hai
Vda Udass


# True # Feelings

इम्तिहान

हमारे  इश्क  का  अब  इम्तिहान   होगा  सब  देखेंगे इश्क  कैसे  परवान  होगा कोई   दुआएं  करेगा  हमें  दूर  करने  की  किसी  के  होठो...